धारा ३७७
एक विज्ञापन - सुन्दर, सुशील, गृहकार्य दक्ष बालक हेतु सरकारी सेवारत सजातीय वर चाहिए ... एक वार्तालाप - पापा , पापा कह रहे हैं आफिस से आते वक्त बाज़ार से चूड़ियाँ ले आना ... एक त्यौहार - भाई - भैया इस बार रक्षाबंधन पर क्या गिफ्ट लोगे ?... एक पहेली - बताओ तो तुम्हारे पप्पू चाचा के पत्नी तुम्हारे क्या लगे ? उत्तर - चीचा , चाचा , चोचो ??.... एक फिल्म - पत्नी पत्नी और वो ... एक गाना - राजा को राजा से प्यार हो गया .... ये कैसा सामाजिक बदलाव है ...अपसंस्कृति , मानवाधिकार , फ्रीडम आफ च्वाइस , या मात्र विचारों का संक्रमण काल जो व्यवहार के स्तर पर उतर चुका है !!