घूमते रहे लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप दिसंबर 05, 2009 सुख की कतरने चूमते रहे जाम-ए-गफलत पी लिया, झूमते रहे हर गली, हर सड़क बावस्ता अंगूठे के फिर भी किस चाह में घूमते रहे!! और पढ़ें