# अंतर_देस_इ . # शेष_कुशल_है . गुडी गुडी डेज़ सबकुछ अचानक हुआ था | जैसे गणेश जी दूध पी लिए | जैसे दीवार पर साईं भगवान दिखने लगे | जैसे दुखिया के घर - आँगन में धन संपदा बरसने लगी और सुखिया के घर मल | वैसे ही किसी दिन अचानक ये अभूतपूर्व चमत्कार भी हो गया था | मूरत का तीसरा नेत्र बन आया था | ठीक माथे के बीचोबीच | मुहल्ले के पीछे , बाहर और भीतर के बीच वाली सीमा रेखा पर एक पुराना खंडहरनुमा मन्दिर था जिसमें एक मूर्ती थी | आदमकद | ज़्यादातर मूर्तियाँ वहां छोटी
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अक्तूबर, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं